मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(प्रेतचक्र)


लेखक : राज भारती
शीर्षक : प्रेत चक्र
कवर तो आकर्षक है लेकिन यह कहानी के विषय में कुछ भी नहीं बताता है। एक व्यक्ति है जिसके हाथ में इंसानी खोपड़ी है और आग में एक इंसानी चेहरा दिख रहा है। और ये आग एक घर में लगी हुई है। आग क्यों लगी? आग में किसका चेहरा है और ये व्यक्ति कौन है? ऐसे कई सaiवाल मन में उठ रहे हैं?आपको क्या लगता है?हिंदी में हॉरर लिखने वाले एक ही नाम से मैं परिचित हूँ। आपका क्या ख्याल है?

सोमवार, 27 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(कुर्सी वाला डाकू)

शीर्षक : कुर्सी वाला डाकू
लेखक : टाइगर

टाइगर के मेरे पास अभी तीन चार उपन्यास पड़े हैं। मैंने इससे पहले उनका कोई भी उपन्यास नहीं पढ़ा था लेकिन शेषनाग शामली श्रृंखला का नाम काफी सुना है। इस उपन्यास के शीर्षक से तो लगता है कि ये किसी नेता के ऊपर है। कवर में इनसेट में जो लोगों का हुजूम झंडे लिये खड़ा है वो भी यही दर्शा रहा है।
कवर बढ़िया बना पड़ा है। हाँ, उपन्यास के हिसाब से है या नहीं ये तो उपन्यास पढ़कर ही पता चलेगा।

गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(क़ानून का बेटा)

शीर्षक : क़ानून का बेटा
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा

केशव पंडित वेद जी द्वारा रचे गये सबसे मक्बूल किरदारों में से एक है। इसक प्रसिद्धि इतनी बढ़ गयी कि इस किरदार को ही आगे चलकर एक लेखक बना दिया गया और इस किरदार के नाम से ही उपन्यास आने लगे।
कवर की बात करें तो कवर में एक वकील है, कानून की देवी की प्रतिमा है और एक अपराधी दिख रहा है। कवर ठीक है लेकिन कहानी क्या है इसे उजागर नहीं करता है। मेरे हिसाब से कवर अगर कहानी में ही मौजूद एक  एक दृश्य हो तो वो पाठकों को अलग से आकर्षित करेगा। फिर जब पाठक उस दृश्य को पढ़ेगा तो किरदारों की एक छवि मन में बना लेगा। मैं अगर आर्टिस्ट होता तो ऐसा ही करता लेकिन ये मेरे अपने विचार हैं।
खैर, आप कवर एन्जॉय करे। 

मंगलवार, 21 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(शेखचिल्ली - वेद प्रकाश शर्मा जी को श्रद्धांजलि)

शीर्षक : शेखचिल्ली
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
विशु ने खुद ही गप्प मरी थी कि वह दुनिया का मोस्ट वांटेड अपराधी जिम्मी कॉर्बेट है
और फिर, वही साबित होता चला गया । जो सचमुच चींटी तक को नहीं मार सकता था
उस पर सैंकड़ो हत्याओं का इलज़ाम आ पड़ा । यह ‘शेखचिल्ली’ इस मकड़जाल से कैसे निकला ?
(उपन्यास के कवर से तो इतना कुछ पता नही चल रहा है लेकिन कहानी का सारांश पढ़कर कहानी में इंटरेस्ट जागा है। )

सोमवार, 20 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(दहकते शहर - वेद जी को श्रद्धांजलि)

वेद जी का जन्म 10 जून १९५५ को हुआ था। वो हिंदी अपराध गल्प के एक जाने माने लेखक थे। जब 17 फरवरी को उनके देहांत की खबर मुझे मिली तो पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ। फिर पता चला वो कैंसर से जूझ रहे थे। उन्हें मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी याद में इस हफ्ते के बुक कवर्स खाली उन्हीं के उपन्यासों के होंगे। 


शीर्षक : दहकते शहर 
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा 

यह वेद जी का पहला उपन्यास था। इससे पहले वो 23 उपन्यास भूत लेखक के तौर पर लिख चुके थे। 

शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(सजनी)

लेखक : सूरज
शीर्षक : सजनी
उपन्यास अपने नाम से ही सामजिक उपन्यास लग रहा है। कवर में तीन औरतें और एक मर्द हैं। इनके बीच में क्या सम्बन्ध है। ये सजनी कौन थी और ये किसकी सजनी थी? ये सब जानने की जिज्ञासा मन में होती है। कवर मुझे ठीक ठाक लगा। 

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(32 caliber)


शीर्षक : 32 Caliber
लेखक : Donald McGibney
मैंने इस किताब को दो हज़ार चौदह की जनवरी में खत्म किया था। उस वक्त किताब मुझे पसंद आई थी। इसका कवर मुझे काफी आकर्षक लगता है। आपका क्या ख्याल है?

मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(मैं इंतकाम लूंगी)

शीर्षक : मैं इंतकाम लूंगी
लेखक : सूरज

जैसा की शीर्षक से ही लग रहा है कि ये एक रिवेंज ड्रामा होगा। नीली पृष्ठभूमि पर कई चेहरे लगाए लगाये हैं। जहाँ बन्दूक बन्दूक कम लाइटर ज्यादा लग रही है लेकिन जिस तरह से इसका इस्तेमाल किया है उससे ये बात तो साफ़ है एक लड़की किसी चीज का बदला लेना चाहती है। वो ये बदला किस चीज का लेना चाहती है ये तो उपन्यास पढ़कर ही साफ़ हो पायेगा।
कवर में अगर कहानी का कोई दृश्य दिखे तो ऐसे कवर मुझे अक्सर पसंद आते हैं। यहाँ ऐसा कुछ नहीं है।

सोमवार, 13 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(दुल्हन माँगे दहेज)

 शीर्षक : दुल्हन माँगे दहेज
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा

दुल्हन माँगे दहेज वेद प्रकाश शर्मा जी ने बहु माँगे इन्साफ के बाद लिखा था। बहु माँगे इन्साफ एक सामाजिक उपन्यास था जो दहेज की कुरीतियों को दर्शाता था। लेकिन जैसे सिक्के के दो पहलू होते हैं वैसे ही दहेज के भी दो पहलू हैं। कई बार सुसराल वालों को गलत कारणों से इस कानून के तहत फंसा दिया जाता है। वेद जी का ये नावेल इसी पहलू को दर्शाने के लिए बना था।

इसके दो कवर मुझे मिले और मुझे दोनों ही कवर्स पसंद हैं। मुझे तो दूसरा वाला कवर पसंद है, आपकी क्या राय है?


शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(सौतन की दीवानी)

शीर्षक : सौतन की दीवानी
लेखक : टाइगर

इस उपन्यास का कवर देखें तो इसमें दो स्त्रियाँ है और एक आदमी। आदमी के हाथ में बंदूक है और अगर मुझे अनुमान लगाना हो तो जो दो स्त्रियाँ हैं वो एक दूसरे की सौतन हैं। कवर इतना आकर्षक नहीं है जितना रहस्मय इसका शीर्षक है। आखिर कौन हैं जो सौतन की दीवानी है? क्यों ऐसा है?
ऐसे अतरंगी शीर्षक जरूर जिज्ञासा जगाते हैं। पढ़कर उपन्यास पाठक के मन में कितना खरा उतरता है वो अलग बात है। 

बुधवार, 8 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(सौ सुनार की एक लौहार की)

शीर्षक : सौ सुनार की एक लौहार की
लेखक : केशव पंडित

हिंदी पल्प में सबसे ज्यादा अतरंगी शीर्षक मैंने केशव पंडित के उपन्यासों के ही देखें हैं। ये तो फिर भी साधारण है। कभी वेद प्रकाश शर्मा इस किरदार के उपन्यास वेद प्रकाश शर्मा द्वारा लिखे जाते थे और पाठकों द्वारा बहुत पसंद किये जाते थे। फिर इस किरदार के नाम से उपन्यास आने लगे। और इनका स्तर गिरता गया।
खैर,कवर अच्छा तो बना है लेकिन इसका शीर्षक से कोई लेना देना नहीं लग रहा है। कदाचित इसमें केशव तो लौहार है। सुनार कौन है ये तो पढ़कर ही पता चलेगा। 

सोमवार, 6 फ़रवरी 2017

Book cover of the Day(मुखबिर)

शीर्षक : मुखबिर
लेखक : अनिल मोहन
शीर्षक और कवर में कोई ताल मेल मुझे तो नहीं दिखता है। कवर में पैसा है, एक आदमी है, एक औरत है, एक गन है लेकिन मुखबिर नदारद है। खैर, हिंदी पल्प में आम तौर में मौजूद हर इनग्रीडिएन्ट तो कवर में दिखा ही दिए हैं। कवर साधारण है और जहाँ तक मुझे याद था कहानी भी साधारण ही थी।
मैंने उपन्यास पढ़ा हुआ है(शीर्षक पे क्लिक करके मेरे विचार आप पढ़ सकते हैं)। बाकी कवर का आनंद उठाइए। 

शुक्रवार, 3 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(शैतान तांत्रिक)


शीर्षक : शैतान तांत्रिक
लेखक : राज भारती
मैंने इक्के दुक्के ही राज भारती के उपन्यास पढ़े हैं। लेकिन चूँकि मेरी साहित्य की इस शैली में रूचि है तो मैं इनके उपन्यास अक्सर ले लेता हूँ।  खैर, इस कवर की बात करें तो इसमें तीन चरित्र हैं। और कवर मुझे आकर्षक लग रहा है। उपन्यास कैसा है ये तो पढने के बाद ही पता चलेगा।

बुधवार, 1 फ़रवरी 2017

Book Cover of the Day(पच्चीस करोड़ की लाश)

शीर्षक : पच्चीस करोड़ की लाश
लेखक: राज

इस उपन्यास का शीर्षक ही काफी कुछ सोचने पे मजबूर कर देता है। कोई लाश पच्चीस करोड़ की कैसे हो सकती है? क्या उसके मरने के बाद मारने वाले को पच्चीस करोड़ मिलने वाले थे? या लाश में ही कुछ विशेष बात थी। अगर कवर को देखें तो उसमे एक स्त्री है जिसके मुँह से रक्त बह रहा है और हम ये अंदाजा लगा सकते हैं कि लाश उसी की है। इसके इलावा एक वकील है और एक बन्दूक ताने व्यक्ति खड़ा है।
कवर मुझे आकर्षक लगा है।  आपका क्या ख्याल है?

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