बुधवार, 14 सितंबर 2022

आवरण चित्र: मौली घर चली

 कई दिनों से यहाँ कुछ प्रकाशित नहीं कर रहा था लेकिन हाल ही में एक पुस्तक पढ़ी जिसका कवर मुझे बहुत पसंद आया और उसके विषय में लिखने से मैं खुद को रोक नहीं पाया। 

यह पुस्तक शिल्पा शर्मा की उपन्यासिका मौली घर चली है और इसका आवरण चित्र रश्मि श्रीवास्तव ने बना रखा है। मुझे तो यह बड़ा प्यारा और खुशनुमा लगा। आप भी देखिए। फिर कवर पर बातें करेंगे। 


शिल्पा शर्मा की यह पुस्तक एक अट्ठारह वर्षीय युवती की कहानी है। आवरण चित्र को देखें तो इसमें दो किरदार नजर आते हैं। यह किरदार एक युवती है और उसके पीछे एक युवक बैठा हुआ है। युवती और युवक के चेहरे पर मुस्कान दिख रही है। वहीं युवती आत्मविश्वासी भी नजर आती है। साथ-साथ आवरण चित्र में कलाकार रश्मि श्रीवास्तव ने रंग संयोजन ऐसा रखा है कि एक खुशनुमा सा एहसास आवरण चित्र को देख पर होता है। ऐसा लगता है कि जैसे इन दो किरदारों विशेषकर युवती (क्योंकि वो फोकस में है) के जीवन में खुशियाँ आ गई हैं। चूँकि मैं यह कहानी पढ़ चुका हूँ तो जानता हूँ कि यह सच भी है। 

आपका तो पता नहीं लेकिन मेरे चेहरे पर एक मीठी सी मुस्कान यह आवरण चित्र छोड़ जाता है। यह पुस्तक का आकर्षण कई गुना बढ़ा देता है।  रश्मि श्रीवास्तव इस कवर लिए वाकई बधाई की पात्र हैं और इस आवरण चित्र को मैं अपने पुस्तकालय में जरूर रखना चाहूँगा। वहीं मैं रश्मि जी से कवर के बनाने की प्रक्रिया को जरूर जानना चाहूँगा। 

वैसे तो अभी मौली घर चली केवल 53 पृष्ठों की उपन्यासिका ही है लेकिन उम्मीद करता हूँ लेखिका एक संग्रह निकालेंगी और इस आवरण चित्र को वहाँ पर स्थान देंगी। 

आपको यह आवरण चित्र कैसा लगा? मुझे बताना नहीं भूलिएगा। इस आवरण चित्र को देखकर आपके मन में क्या ख्याल आता है ये भी बताइएगा। 

पुस्तक लिंक: अमेज़न


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