शीर्षक : बेटी हूँ चंगेज खान की
लेखक : केशव पंडित
सीरीज : केशव पंडित #135
केशव पंडित सीरीज के उपन्यासों के शीर्षकों को अगर आप देखें तो ये बहुत अतरंगी ही होते हैं। इसी को ले लीजिये। क्या मतलब हो सकता है इसका? कोई क्यों अपने को चंगेज खान की बेटी कहेगा? उसका केशव पंडती से क्या वास्ता? और वो क्या करना चाहती है? उसके साथ क्या हुआ जो उसे ये कहना पड़ा ? ऐसे ही कई प्रश्न इन शीर्षकों को देखकर आपके मन में उठेंगे। ये अजीब नाम इसी कारण से दिया गया है। इससे उत्सुकता बढ़ती है। वैसे कोई हैरत की बात नहीं होगी अगर इस उपन्यास में चंगेज खान नाम का किरदार न निकल जाये। लेकिन हम तो एक चंगेज खान को जानते हैं। ये शीर्षक सुनकर वही दिमाग में आता है। खैर, आप कवर एन्जॉय कीजिये। अगर आपने इस उपन्यास को पढ़ा है तो इसके विषय में अपनी राय जरूर दीजियेगा।
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