लेखक : सूरज
(हिंदी पल्प फिक्शन के इतिहास के विषय में अगर आप पढेंगे तो आपको ये मालूम चलेगा कि इधर प्रकाशक अक्सर एक छद्दम लेखक गढ़ देते थे जिनके नाम से कई दूसरे लेखक उपन्यास लिखा करते थे। फिर अगर उपन्यास की बात करे तो पल्प में केवल जासूसी, थ्रिलर या हॉरर उपन्यास ही नहीं छपते थे बल्कि एक बड़ा हिस्सा रोमांटिक या सामाजिक उपन्यास का भी होता था। यहाँ दिया गया कवर किसी ऐसे ही उपन्यास का लगता है। मैंने सूरज का एक भी उपन्यास नहीं पढ़ा है। आपने पढ़ा है तो इस पर रौशनी डालियेगा। )
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