शीर्षक : नई माँ
लेखक : सूरज
हिंदी पल्प में हॉरर, थ्रिलर और जासूसी साहित्य के इलावा रोमांस और सामाजिक साहित्यi भी एक विधा रही है। नई माँ इसी सामाजिक श्रेणी का उपन्यास है। अगर कवर की बात करें इसमें तीन चरित्र हैं। एक दुल्हन है, एक बच्चा है और एक और स्त्री है जो कि रात में पहने वाले परिधान के साथ लेटी हुई दर्शायी गयी है। नई माँ एक शीर्षक के तौर पर भी आकर्षक करता है।
बाकी उपन्यास कैसा बना है ये तो इसे पढ़कर ही बताया जा सकेगा।
लेखक : सूरज
हिंदी पल्प में हॉरर, थ्रिलर और जासूसी साहित्य के इलावा रोमांस और सामाजिक साहित्यi भी एक विधा रही है। नई माँ इसी सामाजिक श्रेणी का उपन्यास है। अगर कवर की बात करें इसमें तीन चरित्र हैं। एक दुल्हन है, एक बच्चा है और एक और स्त्री है जो कि रात में पहने वाले परिधान के साथ लेटी हुई दर्शायी गयी है। नई माँ एक शीर्षक के तौर पर भी आकर्षक करता है।
बाकी उपन्यास कैसा बना है ये तो इसे पढ़कर ही बताया जा सकेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें