शीर्षक : जल उठा माफिया
लेखक : राज
वैसे तो मैंने फैसला किया था कि मैं बुक कवर्स को केवल सोमवार से शुक्रवार तक ही पोस्ट किया करूँगा। इसका एक कारण ये भी था कि मैं अक्सर सप्ताहंत में बाहर रहता हूँ जिधर से पोस्ट करना मुनासिब नहीं हो पाता है। लेकिन चूँकि इस हफ्ते में एक दिन मैं पोस्ट करना भूल गया था तो आज कर रहा हूँ।
ये कवर मुझे काफी पसंद है। इसमें देखो तो पांच लोग हैं। एक आदमी जाली के पीछे है और उसके चेहरे पे दुःख के भाव है। एक औरत ने एक गन को एक आदमी के चेहरे पे लगाया है और एक आदमी एक औरत के साथ खड़ा है और उसके आदमी के हाथ में बन्दूक है। ये दृश्य उपन्यास में कब आये होंगे मैं तो ये ही सोच रहा हूँ। या ये कि केवल कवर में ही ये हैं और उपन्यास में इनका नामोनिशान न हो।
खैर, वो जुदा बात है। वैसे मुझे लगता है कि मुझे राज के कुछ उपन्यास मंगवाने पढेंगे और देखना पड़ेगा कि क्या है इनमे? मुझे उम्मीद है होंगे तो ये फार्मूलाबद लेकिन फिर भी देखना जरूर चाहूँगा।
लेखक : राज
वैसे तो मैंने फैसला किया था कि मैं बुक कवर्स को केवल सोमवार से शुक्रवार तक ही पोस्ट किया करूँगा। इसका एक कारण ये भी था कि मैं अक्सर सप्ताहंत में बाहर रहता हूँ जिधर से पोस्ट करना मुनासिब नहीं हो पाता है। लेकिन चूँकि इस हफ्ते में एक दिन मैं पोस्ट करना भूल गया था तो आज कर रहा हूँ।
ये कवर मुझे काफी पसंद है। इसमें देखो तो पांच लोग हैं। एक आदमी जाली के पीछे है और उसके चेहरे पे दुःख के भाव है। एक औरत ने एक गन को एक आदमी के चेहरे पे लगाया है और एक आदमी एक औरत के साथ खड़ा है और उसके आदमी के हाथ में बन्दूक है। ये दृश्य उपन्यास में कब आये होंगे मैं तो ये ही सोच रहा हूँ। या ये कि केवल कवर में ही ये हैं और उपन्यास में इनका नामोनिशान न हो।
खैर, वो जुदा बात है। वैसे मुझे लगता है कि मुझे राज के कुछ उपन्यास मंगवाने पढेंगे और देखना पड़ेगा कि क्या है इनमे? मुझे उम्मीद है होंगे तो ये फार्मूलाबद लेकिन फिर भी देखना जरूर चाहूँगा।
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