शीर्षक : काला ताबीज
लेखक : राज भारती
कल पोस्ट करना याद ही नहीं रहा तो उसके लिए माफ़ी चाहता हूँ। अगर इस कवर की बात करें तो इसमें एक औरत है जिसके सामने एक ताबीज है और उससे खून रिस रहा है। फिर एक शेर है, एक अजीब सा जानवर है, एक आदमी है और एक बदसूरत आदमी है। इन सब किरदारों को लेकर लेखक ने क्या ताना बाना बुना है ये तो उपन्यास पढने के पश्चात ही पता चलेगा लेकिन कवर जरूर रूचि जगाता है।
पिछले साल मैंने राजभारती द्वारा लिखित कुछ भी नहीं पड़ा था। उम्मीद है इस साल कुछ पढूँगा।
अगर आपने इस उपन्यास को पढ़ा है तो इसके ऊपर अपनी राय जरूर दीजियेगा।
लेखक : राज भारती
कल पोस्ट करना याद ही नहीं रहा तो उसके लिए माफ़ी चाहता हूँ। अगर इस कवर की बात करें तो इसमें एक औरत है जिसके सामने एक ताबीज है और उससे खून रिस रहा है। फिर एक शेर है, एक अजीब सा जानवर है, एक आदमी है और एक बदसूरत आदमी है। इन सब किरदारों को लेकर लेखक ने क्या ताना बाना बुना है ये तो उपन्यास पढने के पश्चात ही पता चलेगा लेकिन कवर जरूर रूचि जगाता है।
पिछले साल मैंने राजभारती द्वारा लिखित कुछ भी नहीं पड़ा था। उम्मीद है इस साल कुछ पढूँगा।
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