शीर्षक : वहशी
लेखक : सुरेन्द्र मोहन पाठक
सीरीज : मुकेश माथुर #3
मुकेश माथुर सीरीज का तीसरा उपन्यास एक लुगदी कागज़ पर छपा था। उपन्यास मुझे बहुत ही अच्छा लगा था। मेरे विचार तो आप लिंक पर जाकर देख सकते हैं। कवर भी बेहतरीन है।
किताब जब पहली बार देखते हैं तो उसका आवरण ही है जो आपको उसे उठाने को मजबूर करता है। शायद यही कारण है कि अंग्रेजी में Don't Judge a book by its cover कहा जाने लगा क्योंकि लोग आवरण देखकर ही किताब का अंदाजा लगाने लगे थे। हाँ, एक अच्छा आवरण किताब के अच्छे होने की गारंटी नहीं होता है लेकिन एक अच्छी किताब पर लगा हुआ अच्छा कवर उस किताब के प्रति पाठकों का कोतूहल जरूर बढ़ा सकता है। यह ब्लॉग ऐसे ही कलात्मक और आकर्षक आवरणों के लिए हैं। उम्मीद है आपको यह प्रयास पसंद आएगा।
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