किताब जब पहली बार देखते हैं तो उसका आवरण ही है जो आपको उसे उठाने को मजबूर करता है। शायद यही कारण है कि अंग्रेजी में Don't Judge a book by its cover कहा जाने लगा क्योंकि लोग आवरण देखकर ही किताब का अंदाजा लगाने लगे थे। हाँ, एक अच्छा आवरण किताब के अच्छे होने की गारंटी नहीं होता है लेकिन एक अच्छी किताब पर लगा हुआ अच्छा कवर उस किताब के प्रति पाठकों का कोतूहल जरूर बढ़ा सकता है। यह ब्लॉग ऐसे ही कलात्मक और आकर्षक आवरणों के लिए हैं। उम्मीद है आपको यह प्रयास पसंद आएगा।
शुक्रवार, 3 मार्च 2017
Book Cover of the Day(प्रेतलीला)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
लोकप्रिय पोस्ट
-
शीर्षक : बन जा बेटा भस्मासुर लेखक : केशव पंडित यह पुस्तक धीरज पॉकेट बुक्स से प्रकाशित हुयी है। अगर शीर्षक की बात करें तो ये अपने आप मे...
-
वैसे तो ये ब्लॉग पल्प फिक्शन के कवर्स के लिए बनाया था लेकिन पिछले दिनों मेरी प्यारी बिंदु देखी और उसमे कुछ कवर्स देखे तो सोचा उन्हें भी इधर...
-
शीर्षक : बारूद सनी मांग लेखक: सूरज 'अक्सर हिंदी पल्प फिक्शन के कवर के ऊपर जो तसवीरें बनती थी उनमे बॉलीवुड कलाकारों के चेहरे ...
-
शीर्षक : दस दिन का सिकंदर लेखक : केशव पंडित प्रकाशक : धीरज पॉकेट बुक्स इस कवर में एक पुलिस वाला और एक औरत दिखाई देती है। लाल रंग का ...
-
शीर्षक : बेटी हूँ चंगेज खान की लेखक : केशव पंडित सीरीज : केशव पंडित #135 केशव पंडित सीरीज के उपन्यासों के शीर्षकों को अगर आप देखें तो...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें