शीर्षक : अंडमान के पिशाच
लेखक : राज भारती
अंडमान निकोबार एक जजीरों का समूह है। अंग्रेजों के वक्त यहाँ के काला पानी की जेल बहुत कुख्यात थी। कहा जाता था कि जिस कैदी को इधर की सज़ा होती थी उसके वापस आने के आसार बहुत कम होते थे। ऐसे में अंडमान के पिशाच शीर्षक आप सुनते हैं तो काला पानी सोचे बिना नहीं रह सकते।
खैर, कौन थे अंडमान के पिशाच ? ये तो उपन्यास पढ़कर ही पता चलेगा।
कवर में एक दो वीभत्स आकृतियाँ बनी हुई हैं जो कि शीर्षक और शैली के हिसाब से सही बैठती हैं।
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