शीर्षक : कानून का सेवक
लेखक : राज
इस उपन्यास के कवर को देखें तो इसमें काफी कुछ दिया गया है लेकिन फिर भी कहानी साफ नहीं हो पाती है। एक व्यक्ति है जिसकी टाँगे कट चुकी हैं और उनसे खून बह रहा है। उस व्यक्ति को बांधा हुआ है और उसके नजदीक एक बन्दूक पड़ी है। कौन है ये व्यक्ति ? क्यों बाँधा गया है इसे ? और इसका ऐसा हश्र किसने किया।
इसके लिआव एक औरत है जिसके चेहरे के भाव मुझे तो समझ नहीं आ रहे। और एक कानून की देवी है। तो कौन है ये कानून का सेवक?
कई सवाल ये कवर पाठक के मन में उत्पन्न कर पाता है। कवर उपन्यास के अनुरूप है ये तो इसे पढ़कर ही पता चलेगा। इसे छोड़ दें तो कवर अभी मुझे पसंद आया। आपकी क्या राय है?
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