स्रोत :http://www.omprakashsharma.com/ |
लेखक : ओम प्रकाश शर्मा
ओम प्रकाश शर्मा जी हिंदी पल्प फिक्शन के वर्तमान पीढी से पहले पीढी के लेखक हैं। वो हिंदी पल्प फिक्शन के स्वर्ण काल में लिखा करते थे।
ये कवर मैंने एक साईट से लिया है जो कि उनको समर्पित है। आप उस साईट पर जाकर इस उपन्यास को पढ़ भी सकते हैं। मैं तो खैर, पढ़ ही रहा हूँ। साईट पर आप इधर क्लिक करके जा सकते हैं। हाँ, उपन्यास पढने के लिये आपको उसमे खाता बनाना पड़ेगा। और हाँ, उधर उपन्यास के स्कैन्ड पेज हैं तो हो सकता है उन्हें पढने में थोड़ी परेशानी हो। लेकिन जब उनके लिखे उपन्यास उपलब्ध नहीं है तो ये एक सराहनीय प्रयास है।
खैर पढ़ने एक बाद बताइयेगा जरूर कि कैसा लगा?
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