शीर्षक : जान बची तो लाखो पाये
लेखक : अनिल मोहन
श्रृंखला : मोना चौधरी
मोना चौधरी अनिल मोहन के रचित तीन मुख्य किरदारों में से एक है। दिल्ली में बसी मोना एक मेर्सनरी(mercenary) है जो पैसों के लिए काम करती है। उसका केवल एक उसूल है वो यह कि वो अपने देश के दुश्मनों के लिए कभी काम नहीं करेगी। ये मोना चौधरी का दूसरा उपन्यास था जो कि मैंने पढ़ा था। आपने कितने पढ़े हैं और आपको उसके कौन कौन से उपन्यास पसंद आये हैं?
लेखक : अनिल मोहन
श्रृंखला : मोना चौधरी
मोना चौधरी अनिल मोहन के रचित तीन मुख्य किरदारों में से एक है। दिल्ली में बसी मोना एक मेर्सनरी(mercenary) है जो पैसों के लिए काम करती है। उसका केवल एक उसूल है वो यह कि वो अपने देश के दुश्मनों के लिए कभी काम नहीं करेगी। ये मोना चौधरी का दूसरा उपन्यास था जो कि मैंने पढ़ा था। आपने कितने पढ़े हैं और आपको उसके कौन कौन से उपन्यास पसंद आये हैं?
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