किताब जब पहली बार देखते हैं तो उसका आवरण ही है जो आपको उसे उठाने को मजबूर करता है। शायद यही कारण है कि अंग्रेजी में Don't Judge a book by its cover कहा जाने लगा क्योंकि लोग आवरण देखकर ही किताब का अंदाजा लगाने लगे थे। हाँ, एक अच्छा आवरण किताब के अच्छे होने की गारंटी नहीं होता है लेकिन एक अच्छी किताब पर लगा हुआ अच्छा कवर उस किताब के प्रति पाठकों का कोतूहल जरूर बढ़ा सकता है। यह ब्लॉग ऐसे ही कलात्मक और आकर्षक आवरणों के लिए हैं। उम्मीद है आपको यह प्रयास पसंद आएगा।
गुरुवार, 15 दिसंबर 2016
Book Cover of the Day(चलता पुर्जा)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
लोकप्रिय पोस्ट
-
शीर्षक : चींटी लड़ेगी हाथी से लेखक : केशव पंडित केशव पंडित के उपन्यासों को जो बात अलग करते थे वो उनके शीर्षक ही होते हैं। ये ऐसे होते ...
-
शीर्षक : बन जा बेटा भस्मासुर लेखक : केशव पंडित यह पुस्तक धीरज पॉकेट बुक्स से प्रकाशित हुयी है। अगर शीर्षक की बात करें तो ये अपने आप मे...
-
शीर्षक : दुल्हन एक रूपये की लेखक : केशव पंडित केशव पंडित के उपन्यासों के कवर के इलावा पाठकों की रूचि जगाने के लिए उसके शीर्षक भी चौकान...
-
शीर्षक : कुर्सी वाला डाकू लेखक : टाइगर टाइगर के मेरे पास अभी तीन चार उपन्यास पड़े हैं। मैंने इससे पहले उनका कोई भी उपन्यास नहीं पढ़ा था ...
-
वेद जी का जन्म 10 जून १९५५ को हुआ था। वो हिंदी अपराध गल्प के एक जाने माने लेखक थे। जब 17 फरवरी को उनके देहांत की खबर मुझे मिली तो पहले तो म...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें