वैसे तो ये ब्लॉग पल्प फिक्शन के कवर्स के लिए बनाया था लेकिन पिछले दिनों मेरी प्यारी बिंदु देखी और उसमे कुछ कवर्स देखे तो सोचा उन्हें भी इधर होना चाहिए। इस फिल्म में नायक एक पल्प साहित्य का लेखक होता है और उसके उपन्यासों के कवर मुझे बहुत पसंद आये थे। अगर आपने फिल्म नहीं देखी तो ज्यादा कुछ नहीं खोया है। हाँ, लेखक के उपन्यासों के लिए इस्तेमाल किये गये कवर काफी अच्छे हैं और उन्हें आप देखिये।
किताब जब पहली बार देखते हैं तो उसका आवरण ही है जो आपको उसे उठाने को मजबूर करता है। शायद यही कारण है कि अंग्रेजी में Don't Judge a book by its cover कहा जाने लगा क्योंकि लोग आवरण देखकर ही किताब का अंदाजा लगाने लगे थे। हाँ, एक अच्छा आवरण किताब के अच्छे होने की गारंटी नहीं होता है लेकिन एक अच्छी किताब पर लगा हुआ अच्छा कवर उस किताब के प्रति पाठकों का कोतूहल जरूर बढ़ा सकता है। यह ब्लॉग ऐसे ही कलात्मक और आकर्षक आवरणों के लिए हैं। उम्मीद है आपको यह प्रयास पसंद आएगा।
शनिवार, 16 दिसंबर 2017
मंगलवार, 25 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(किस मी डेडली)
शुरुआत में मैंने ये निर्णय लिया था कि मैं हर दिन एक पल्प नावेल का कवर इधर पोस्ट करते रहूँगा। कुछ दिनों तक ऐसा चलता रहा लेकिन अब ऐसा रोज करना मुमकिन नहीं लग रहा है। इसलिए जिस दिन कोई ऐसा कवर दिख गया जिसे मैं समझता हूँ कि साझा करना जरूरी है उसे मैं उस दिन साझा कर लूँगा।
आज जिस कवर को मैं आपने समक्ष लेकर आया हूँ वो एक थीम पे बेस्ड है। मिक्की स्पिलेन के किरदार माइक हैमर के उपन्यासों को इस थीम के आवरण के साथ ओरियन ने प्रकाशित किया है। इन कवर्स ने मुझे अपनी तरफ काफी आकर्षित किया है और मुझे पूरी उम्मीद है कि इस साल मैं सारे उपन्यास ले लूँगा। वैसे भी माइक हैमर के उपन्यास मैं काफी दिनों से पढ़ना चाह रहा था। इन कवर्स ने इस इच्छा को और बढ़ा दिया है।
आपका इसके विषय में क्या ख्याल है ?
जिसने भी इन्हे बनाया है वो तारीफ के हकदार हैं।
आज जिस कवर को मैं आपने समक्ष लेकर आया हूँ वो एक थीम पे बेस्ड है। मिक्की स्पिलेन के किरदार माइक हैमर के उपन्यासों को इस थीम के आवरण के साथ ओरियन ने प्रकाशित किया है। इन कवर्स ने मुझे अपनी तरफ काफी आकर्षित किया है और मुझे पूरी उम्मीद है कि इस साल मैं सारे उपन्यास ले लूँगा। वैसे भी माइक हैमर के उपन्यास मैं काफी दिनों से पढ़ना चाह रहा था। इन कवर्स ने इस इच्छा को और बढ़ा दिया है।
आपका इसके विषय में क्या ख्याल है ?
जिसने भी इन्हे बनाया है वो तारीफ के हकदार हैं।
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शुक्रवार, 14 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(बॉडीगार्ड)
शीर्षक : बॉडीगार्ड
लेखक : टाइगर
कवर को अगर देखें तो इसमें एक लड़की बनी हुई है जिसके मुँह से खून निकल रहा है। एक फौजी सा दिखने वाला किरदार है। एक किरदार आँखों में चश्मा लगाए और बन्दूक थामे खड़ा है। उसके इलावा एक फेल्ट हैट में भी साया है। इन किरदारों का कहानी से क्या लेना देना है ये तो मुझे नही पता। लेकिन ये सब किरदार और शीर्षक मिलकर एक जिज्ञासा सी मन में उत्पन्न करते हैं। आपका क्या ख्याल है?
लेखक : टाइगर
कवर को अगर देखें तो इसमें एक लड़की बनी हुई है जिसके मुँह से खून निकल रहा है। एक फौजी सा दिखने वाला किरदार है। एक किरदार आँखों में चश्मा लगाए और बन्दूक थामे खड़ा है। उसके इलावा एक फेल्ट हैट में भी साया है। इन किरदारों का कहानी से क्या लेना देना है ये तो मुझे नही पता। लेकिन ये सब किरदार और शीर्षक मिलकर एक जिज्ञासा सी मन में उत्पन्न करते हैं। आपका क्या ख्याल है?
गुरुवार, 13 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(खूनी खेल)
शीर्षक : खूनी खेल
लेखक : एस सी बेदी
राजन इक़बाल अपनी तरह की शायद पहले ही किरदार थे। वो किशोर थे जो कि जासूसी करते थे। इस पेशे में होने के कारण खतरों से दो दो हाथ करना उनके लिए सामन्य बात थी। ऐसे वक्त में जब जासूसी उपन्यास केवल वयस्कों के लिए लिखे जा रहे थे तब एस सी बेदी के ये उपन्यास बच्चों को ध्यान में रख कर लिखे गये थे। कवर की आप बात करें तो कवर में किरदार भारतीय न लगकर पश्चिमी लग रहे हैं। कवर मुझे खूबसूरत लग रहा है। मैंने इस उपन्यास को नहीं पढ़ा है तो ये बताने में असमर्थ हूँ कि क्या कहानी के अनुरूप है या नहीं है।
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बुधवार, 12 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(दुल्हन एक रूपये की)
शीर्षक : दुल्हन एक रूपये की
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित के उपन्यासों के कवर के इलावा पाठकों की रूचि जगाने के लिए उसके शीर्षक भी चौकाने वाले बनाये जाते हैं। आजकल इन्टरनेट के जमाने में न्यूज़ वेबसाइट्स जब इस विधा का प्रयोग करते हैं तो उसे क्लिक बैट कहा जाता है। उस वक्त उपन्यास के लिए कवर के इलावा शीर्षक भी ग्राहकों का रुझान अपनी तरफ मोड़ने का हथियार थे।
अब इसी उपन्यास के शीर्षक को देख लीजिये। अगर आप एक बार पढेंगे तो आपके मन में कहानी को लेकर एक कोतुहल तो जागेगा ही। आप इसे उठाएंगे और ये जानना चाहेंगे कि आखिर इस एक रूपये की दुल्हंन का क्या राज है? क्यों है न?
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित के उपन्यासों के कवर के इलावा पाठकों की रूचि जगाने के लिए उसके शीर्षक भी चौकाने वाले बनाये जाते हैं। आजकल इन्टरनेट के जमाने में न्यूज़ वेबसाइट्स जब इस विधा का प्रयोग करते हैं तो उसे क्लिक बैट कहा जाता है। उस वक्त उपन्यास के लिए कवर के इलावा शीर्षक भी ग्राहकों का रुझान अपनी तरफ मोड़ने का हथियार थे।
अब इसी उपन्यास के शीर्षक को देख लीजिये। अगर आप एक बार पढेंगे तो आपके मन में कहानी को लेकर एक कोतुहल तो जागेगा ही। आप इसे उठाएंगे और ये जानना चाहेंगे कि आखिर इस एक रूपये की दुल्हंन का क्या राज है? क्यों है न?
मंगलवार, 11 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(कम इजी गो इजी )
शीर्षक : कम इजी गो इजी
लेखक : जेम्स हेडली चेज़
जेम्स हेडली चेज़ थ्रिल्लर्स लिखा करते थे। और इनके उपन्यासों में प्रयोग किये जाने वाले कवर भी बेहतरीन होते थे। ऊपर लिए कवर को ही ले लें। इसमें एक व्यक्ति कुर्सी पे बैठा है और उसके हाथ में एक पिस्तौल है। सामने एक लड़की खड़ी है जिसे देख कर लग रहा है कि उसे जबरदस्ती खड़ा किया गया है। लेकिन उसके हाव भाव दर्शाते हैं कि उसे काबू करना आसान न होगा।
जेम्स हेडली चेज के उपन्यास बेहतरीन तो होते ही हैं लेकिन इनकी एक और खासियत मेरे लिए है। मुझे ये याद नहीं रहता कि किस उपन्यास को मैं पढ़ चुका हूँ। टाइटल सुनकर तो मैं बता ही नहीं सकता। हाँ, जब उपन्यास आधा पढ़ लेता हूँ तो ध्यान आता है कि ये तो पढ़ा हुआ है। ये भी एक अच्छा अनुभव होता है क्योंकि आप इस कारण एक उपन्यास का कई मर्तबा आनंद उठा सकते हैं। इसी उपन्यास को ले लें। गुडरीड के हिसाब से मैंने इसे अगस्त दो हज़ार बारह में पढ़ा था लेकिन अभी मुझे कुछ आईडिया नहीं है कि उपन्यास किस विषय में है? दुबारा पढूंगा तो दुबारा आंनद ले पाऊँगा।
आपका क्या ख्याल है? आपके साथ भी ऐसा होता है कि उपन्यास पढ़कर भूल जाएँ कि उस शीर्षक की कहानी क्या थी?
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सोमवार, 10 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(वारंट मेरी मौत का )
शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(गोली की आवाज़)
शीर्षक : गोली की आवाज़
लेखक : सुरेन्द्र मोहन पाठक
श्रृंखला : सुधीर कोहली #3
सुधीर कोहली श्रृंखला पाठक सर की लिखी सभी श्रृंखलाओं में से मेरी पसंदीदा श्रृंखला है। इसको पढ़ते हुए दिल्ली का मज़ा आता है जो कि बाकी किरदारों में नहीं है। अगर इस कवर की बात करूँ तो कवर मुझे ठीक ठाक लग रहा है। एक बंदूकधारी व्यक्ति है जो कि जरूर सुधीर होगा। एक व्यक्ति जेल में बंद है और एक युवती है। आखिर किसकी बन्दूक से चली थी गोली और उस गोली के चलने से कौन जेल गया? शीर्षक और कवर पाठक के मन में इस विषय के प्रति कोतुहल उत्पन्न करते ही हैं।
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गुरुवार, 6 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(बोलना मना है )
शीर्षक : बोलना मना है
लेखक : टाइगर
कवर के ऊपर आर्टिस्ट के हस्ताक्षर है। कुछ स्टूडियो जैसा है लेकिन पढ़ा जा नहीं रहा है। यह कवर काफी हद तक शीर्षक के साथ इन्साफ करता है। मर्डर मिस्ट्री है तो बंदूकधारी दो किरदार हैं और एक औरत चुप रहने का इशारा कर रही है। टाइगर पे मेरे पास अब तीन उपन्यास हो चुके हैं। पढ़ा अभी तक एक भी नहीं है। जल्द ही पढने की कोशिश करूँगा।
ऐसे प्रासंगिक कवर मुझे पसंद है। ऐसा नहीं है इसको और अच्छा नहीं बनाया जा सकता था। मैं अगर होता तो एक लाश दिखाता और औरत के साथ पर लोगों का काफी बड़ा समूह दिखाता था जिसने ऐसे ही ऊँगली मुँह पर रखी हुई है।
लेकिन ये भी ठीक ठाक है। काफी दिनों बाद कोई प्रासंगिक कवर दिखा है तो इसमें मीन मेख नहीं निकालूँगा।
हाँ, एक सवाल आप लोगों से। आपको किस तरह के कवर पसंद हैं। जो शीर्षक और कहानी के अनुरूप हों या कैसे भी बस सुन्दर होने चाहिये?
लेखक : टाइगर
कवर के ऊपर आर्टिस्ट के हस्ताक्षर है। कुछ स्टूडियो जैसा है लेकिन पढ़ा जा नहीं रहा है। यह कवर काफी हद तक शीर्षक के साथ इन्साफ करता है। मर्डर मिस्ट्री है तो बंदूकधारी दो किरदार हैं और एक औरत चुप रहने का इशारा कर रही है। टाइगर पे मेरे पास अब तीन उपन्यास हो चुके हैं। पढ़ा अभी तक एक भी नहीं है। जल्द ही पढने की कोशिश करूँगा।
ऐसे प्रासंगिक कवर मुझे पसंद है। ऐसा नहीं है इसको और अच्छा नहीं बनाया जा सकता था। मैं अगर होता तो एक लाश दिखाता और औरत के साथ पर लोगों का काफी बड़ा समूह दिखाता था जिसने ऐसे ही ऊँगली मुँह पर रखी हुई है।
लेकिन ये भी ठीक ठाक है। काफी दिनों बाद कोई प्रासंगिक कवर दिखा है तो इसमें मीन मेख नहीं निकालूँगा।
हाँ, एक सवाल आप लोगों से। आपको किस तरह के कवर पसंद हैं। जो शीर्षक और कहानी के अनुरूप हों या कैसे भी बस सुन्दर होने चाहिये?
बुधवार, 5 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(रोटी करेगी धमाका)
मंगलवार, 4 अप्रैल 2017
Book Cover of the Day(वक्त का मारा)
शीर्षक : वक्त का मारा
लेखक : अनिल सलूजा
इस किताब के कवर ने ही मेरे अन्दर इसको पढने के लिए कोतुहल जागृत किया था। मुझे लगा था कि कवर में दर्शाया गया सीन उपन्यास में होगा लेकिन ऐसा कुछ था नहीं। कवर का उपन्यास की कहानी से दूर दूर तक कुछ लेना देना नहीं था। लेकिन फिर भी कहानी रोचक थी।
कई बात कवर और उपन्यास ऐसे ही होते हैं। कवर को आकर्षक बनाने के लिए उसमे कुछ भी डाल देते हैं और पाठक को बाद में पता चलता है कि कवर और उपन्यास के कथानक का कुछ लेना देना नहीं है। ऐसे में अगर कहानी सही है तब पाठक ज्यादा बुरा नहीं महसूस करता है लेकिन अगर कहानी कमजोर या खराब निकली तो अपनी को ठगा हुआ जरूर महसूस करेगा।
आपका क्या ख्याल है?
लेखक : अनिल सलूजा
इस किताब के कवर ने ही मेरे अन्दर इसको पढने के लिए कोतुहल जागृत किया था। मुझे लगा था कि कवर में दर्शाया गया सीन उपन्यास में होगा लेकिन ऐसा कुछ था नहीं। कवर का उपन्यास की कहानी से दूर दूर तक कुछ लेना देना नहीं था। लेकिन फिर भी कहानी रोचक थी।
कई बात कवर और उपन्यास ऐसे ही होते हैं। कवर को आकर्षक बनाने के लिए उसमे कुछ भी डाल देते हैं और पाठक को बाद में पता चलता है कि कवर और उपन्यास के कथानक का कुछ लेना देना नहीं है। ऐसे में अगर कहानी सही है तब पाठक ज्यादा बुरा नहीं महसूस करता है लेकिन अगर कहानी कमजोर या खराब निकली तो अपनी को ठगा हुआ जरूर महसूस करेगा।
आपका क्या ख्याल है?
शुक्रवार, 31 मार्च 2017
Book Cover of the Day(डुगडुगी बजाऊँगा फौज नचाऊँगा)
गुरुवार, 30 मार्च 2017
Book Cover of the Day(बेटी के हत्यारे नही बचेंगे )
शीर्षक : बेटी के हत्यारे नही बचेंगे
लेखक : टाइगर
यह शीर्षक कहानी के विषय में काफी कुछ कहता है। इसके इलावा चूँकि इधर लिखा है कि ये एक मर्डर मिस्ट्री है तो उम्मीद है पहले हत्यारों के विषय में पता लगाया जाएगा और फिर सजा दी जाएगी। नीले कवर पर चरित्र काफी अच्छे बने हालाँकि कहानी के विषय में ये ज्यादा कुछ बता नही रहे हैं।
लेखक : टाइगर
यह शीर्षक कहानी के विषय में काफी कुछ कहता है। इसके इलावा चूँकि इधर लिखा है कि ये एक मर्डर मिस्ट्री है तो उम्मीद है पहले हत्यारों के विषय में पता लगाया जाएगा और फिर सजा दी जाएगी। नीले कवर पर चरित्र काफी अच्छे बने हालाँकि कहानी के विषय में ये ज्यादा कुछ बता नही रहे हैं।
बुधवार, 29 मार्च 2017
Book Cover of the Day(हिट-लिस्ट)
मंगलवार, 28 मार्च 2017
Book Cover of the Day(कोहराम)
शीर्षक : कोहराम
लेखक : विक्की आनंद
हिंदी पल्प में पहले पाश्चात्य पल्प की तरह कवर पहले पेंट किये जाते थे। लेकिन जब से प्रिंटिंग के सॉफ्टवेर सस्ते हुए उन्होंने बॉलीवुड के अदाकारों को फोटोशॉप में जोड़कर कवर तैयार करना शुरू किये। ये पेंट कराने से सस्ता पड़ता था और जल्दी भी बन जाता था। लेकिन मुझे व्यक्तिगत तौर पर ऐसे कवर कतई पसंद नहीं आते।
आपका क्या ख्याल है? अगर ऊपर वाला कवर पेंट किया होता तो वो बेहतरीन लगता।
सोमवार, 27 मार्च 2017
Book Cover of the Day(पापी को मिलेगी गोली)
शुक्रवार, 24 मार्च 2017
Book Cover of the Day(बिका हुआ शहर)
गुरुवार, 23 मार्च 2017
Book Cover of the day (दस दिन का सिकंदर)
शीर्षक : दस दिन का सिकंदर
लेखक : केशव पंडित
प्रकाशक : धीरज पॉकेट बुक्स
इस कवर में एक पुलिस वाला और एक औरत दिखाई देती है। लाल रंग का बैकग्राउंड है जो कि फब रहा है। इसके इलावा ये सिकन्दर कौन है? वो दस दिन के लिए क्यों है? इस बात का कुछ पता नहीं चल रहा है जो कि शायद कहानी पढ़ कर ही पता चले। केशव पंडित के ज्यादातर उपन्यासों का हाल ऐसा ही होता है। उसके नाम इतने अटपटे होते हैं कि एक बार को आप देखना चाहते हो कि क्या यह उपन्यास इस नाम को सार्थक करता है? अगर हाँ तो कैसे?
इस संस्करण की एक और खूबी ये है कि इसमें एक ही पुस्तक में पूरा उपन्यास है। हिंदी पल्प में ये बहुत कम देखने को मिलता है। अक्सर एक कहानी के दो भाग तो होते ही हैं। और ये व्यक्तिगत रूप से मुझे पसंद नहीं है। मुझे ऐसे उपन्यास पसंद है जिनकी कहानी एक ही बार में खत्म हो जाती है। आपका इस विषय में क्या विचार है ?
बुधवार, 22 मार्च 2017
Book Cover of the Day(चकमेबाज)
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शेषनाग-शामली सीरीज,
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मंगलवार, 21 मार्च 2017
Book Cover of the Day(डकैत नंबर १)
शीर्षक : डकैत नंबर १
लेखक : राज
डकैत शब्द जब मैंने सुनता हूँ तो बॉलीवुड द्वारा निर्मित डकैत की ही छवि मन में उत्पन्न होती है। सर पे काली रंग की पगड़ी, एक काले रंग का लंबा कुर्ता और काले या सफ़ेद रंग की धोती। एक गोलियों की पट्टी जो कि कंधे से बंधी हो और एक राइफल जो पीछे लटकी हो और एक घोड़ा जिसमे वो सवार। ये होता है एक डकैत। इसके इलावा बड़ी बड़ी घनी मूछें भी उसकी पहचान होती थी। इस उपन्यास का डकैत कैसा है ये तो नहीं पता लेकिन कवर देखकर कुछ पता नहीं चल रहा है। कवर अच्छा तो लगता है लेकिन कहानी के विषय में जिज्ञासा जागृत नहीं कर पा रहा है।
लेखक : राज
डकैत शब्द जब मैंने सुनता हूँ तो बॉलीवुड द्वारा निर्मित डकैत की ही छवि मन में उत्पन्न होती है। सर पे काली रंग की पगड़ी, एक काले रंग का लंबा कुर्ता और काले या सफ़ेद रंग की धोती। एक गोलियों की पट्टी जो कि कंधे से बंधी हो और एक राइफल जो पीछे लटकी हो और एक घोड़ा जिसमे वो सवार। ये होता है एक डकैत। इसके इलावा बड़ी बड़ी घनी मूछें भी उसकी पहचान होती थी। इस उपन्यास का डकैत कैसा है ये तो नहीं पता लेकिन कवर देखकर कुछ पता नहीं चल रहा है। कवर अच्छा तो लगता है लेकिन कहानी के विषय में जिज्ञासा जागृत नहीं कर पा रहा है।
सोमवार, 20 मार्च 2017
Book Cover of the Day(मन्त्र)
शीर्षक : मन्त्र
लेखक : अनिल मोहन
शीर्षक : देवराज चौहान और मोना चौधरी
देवराज चौहान और मोना चौधरी अनिल जी के सबसे मकबूल किरदारों में से हैं। अगर कवर की बात करूँ तो इसे पल्प कवर के सारे तत्व हैं। एक बिकिनी में लड़की,बन्दूक और हीरो और विलन। हाँ कहानी क्या है ये कवर से पता नहीं चलती है। ये ही कमी मुझे लगी। आपका क्या ख्याल है?
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शुक्रवार, 17 मार्च 2017
Book Cover of the Day(मास्टर माइंड)
शीर्षक : मास्टर माइंड
लेखक : अनिल सलूजा
श्रृंखला : बलराज गोगिया सीरीज
मैं आजकल अनिल सलूजा जी का उपन्यास वक्त का मारा ही पढ़ रहा हूँ। हिंदी पल्प फिक्शन की तरफ जबसे देखना शुरू किया है एक से एक नये नाम सुनने को मिलते हैं और ये जानकर अचरच होता है कि कितना समृद्ध हुआ करता था कभी ये।
इस कवर की बात करें तो ये कवर मुझे काफी पसंद आया। एक तरह की नोइरिश फीलिंग आती है कवर को देखकर। आपका क्या ख्याल है ?
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गुरुवार, 16 मार्च 2017
Book Cover of the Day(चीख उठा हिमालय)
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बुधवार, 15 मार्च 2017
Book Cover of the Day(अंजाम मेरे हाथ में)
शीर्षक : अंजाम मेरे हाथ में
लेखक : टाइगर
श्रृंखला : सरदार करतार सिंह विजय यादव सीरीज
कवर की बात करें तो कवर काफी जेनेरिक है। इससे कहानी का आपको ज्यादा पता नहीं लगता। कुछ तस्वीरें एक साथ फोटोशॉप की गयी हैं। हाँ हो सकता है क्योंकि मैंने इस सीरीज को नहीं पढ़ा है तो मैं इन तस्वीरों में छुपे अर्थ को पहचानने में सफल नहीं हो पा रहा होऊँगा। वैसे कवर के कोने में एक नसीर नाम से हस्ताक्षर किया गया है। शायद उन्होंने ही इसे बनाया है।
लेकिन ऐसे फोटोशोप किये गये कवर मुझे आकर्षित नहीं करते हैं और इनके बिनाह पर मैं इस किताब को लूं ले मुश्किल है। आपका क्या ख्याल है?
लेखक : टाइगर
श्रृंखला : सरदार करतार सिंह विजय यादव सीरीज
कवर की बात करें तो कवर काफी जेनेरिक है। इससे कहानी का आपको ज्यादा पता नहीं लगता। कुछ तस्वीरें एक साथ फोटोशॉप की गयी हैं। हाँ हो सकता है क्योंकि मैंने इस सीरीज को नहीं पढ़ा है तो मैं इन तस्वीरों में छुपे अर्थ को पहचानने में सफल नहीं हो पा रहा होऊँगा। वैसे कवर के कोने में एक नसीर नाम से हस्ताक्षर किया गया है। शायद उन्होंने ही इसे बनाया है।
लेकिन ऐसे फोटोशोप किये गये कवर मुझे आकर्षित नहीं करते हैं और इनके बिनाह पर मैं इस किताब को लूं ले मुश्किल है। आपका क्या ख्याल है?
मंगलवार, 14 मार्च 2017
Book Cover of the Day(अंधा नहीं है कानून)
शीर्षक : अंधा नहीं है कानून
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित का ये उपन्यास धीरज पॉकेट बुक्स ने प्रकाशित किया है। अगर कवर को देखें तो उसमे एक महिला दिखाई दे रही है जो कि फोन पे बतिया रही है और एक धुप का चश्मा चढ़ाए पुलिस वाला है। इसके इलावा खून के दो छीटें दिख रहे हैं। आखिर मामला क्या है मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा ? कवर औसत है।
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित का ये उपन्यास धीरज पॉकेट बुक्स ने प्रकाशित किया है। अगर कवर को देखें तो उसमे एक महिला दिखाई दे रही है जो कि फोन पे बतिया रही है और एक धुप का चश्मा चढ़ाए पुलिस वाला है। इसके इलावा खून के दो छीटें दिख रहे हैं। आखिर मामला क्या है मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा ? कवर औसत है।
सोमवार, 13 मार्च 2017
Book Cover of the Day(You've got it coming)
शीर्षक : You've got it coming
लेखक : James Hadley Chase
कवर आर्टिस्ट : जॉन पोलाक(दूसरा कवर)
कल ही इस नावेल को पढना खत्म किया(किताब के विषय में मेरे विचार शीर्षक पर क्लिक करके जान सकते हैं)। नेट में ढूँढने में इसके ऊपर दिए दो कवर मिले जो कि पल्प आर्ट का बेहतरीन नमूना है। पहला कवर में कहानी में घटित होने वाली एक घटना दिखाई है और दूसरे में कहानी के दो किरदार।
पल्प नावेल पे ऐसे कवर मुझे पसंद आते हैं। आपका क्या ख्याल है?
दूसरा कवर जॉन पोलाक ने बनाया है। उनके विषय में मुझे जानकारी इधर मिली। आप जाकर पढ़ सकते हैं। पहले कवर के विषय में दुर्भाग्य वश मैं कुछ जानकारी हासिल नहीं कर पाया।
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शुक्रवार, 10 मार्च 2017
Book Cover of the Day(जवाब मुँहतोड़)
शीर्षक : जवाब मुँहतोड़
लेखक : वेद प्रकाश कम्बोज
श्रृंखला : विजय रघुनाथ सीरीज
ये एक टिपिकल पल्प कवर है। बन्दूके, एक वैम्प जैसे दिखने वाली औरत और दो औरतें। सर पर बन्डाना बांधे हुए एक किरदार सनी देओल से प्रेरित लगता है। अपनी कई फिल्मो ने सनी ऐसे ही रूप में दिखते थे जो कि हॉलीवुड के रेम्बो यानी सिल्वेस्टर से प्रेरित था। हाँ, कवर इस तरह से बनाया गया है कि कहानी के विषय में कुछ भी जाहिर नहीं करता है। ऐसे कवर मुझे ज्यादा अच्छे नहीं लगते हैं।
लेखक : वेद प्रकाश कम्बोज
श्रृंखला : विजय रघुनाथ सीरीज
ये एक टिपिकल पल्प कवर है। बन्दूके, एक वैम्प जैसे दिखने वाली औरत और दो औरतें। सर पर बन्डाना बांधे हुए एक किरदार सनी देओल से प्रेरित लगता है। अपनी कई फिल्मो ने सनी ऐसे ही रूप में दिखते थे जो कि हॉलीवुड के रेम्बो यानी सिल्वेस्टर से प्रेरित था। हाँ, कवर इस तरह से बनाया गया है कि कहानी के विषय में कुछ भी जाहिर नहीं करता है। ऐसे कवर मुझे ज्यादा अच्छे नहीं लगते हैं।
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गुरुवार, 9 मार्च 2017
Book Cover of the Day(नई माँ)
शीर्षक : नई माँ
लेखक : सूरज
हिंदी पल्प में हॉरर, थ्रिलर और जासूसी साहित्य के इलावा रोमांस और सामाजिक साहित्यi भी एक विधा रही है। नई माँ इसी सामाजिक श्रेणी का उपन्यास है। अगर कवर की बात करें इसमें तीन चरित्र हैं। एक दुल्हन है, एक बच्चा है और एक और स्त्री है जो कि रात में पहने वाले परिधान के साथ लेटी हुई दर्शायी गयी है। नई माँ एक शीर्षक के तौर पर भी आकर्षक करता है।
बाकी उपन्यास कैसा बना है ये तो इसे पढ़कर ही बताया जा सकेगा।
लेखक : सूरज
हिंदी पल्प में हॉरर, थ्रिलर और जासूसी साहित्य के इलावा रोमांस और सामाजिक साहित्यi भी एक विधा रही है। नई माँ इसी सामाजिक श्रेणी का उपन्यास है। अगर कवर की बात करें इसमें तीन चरित्र हैं। एक दुल्हन है, एक बच्चा है और एक और स्त्री है जो कि रात में पहने वाले परिधान के साथ लेटी हुई दर्शायी गयी है। नई माँ एक शीर्षक के तौर पर भी आकर्षक करता है।
बाकी उपन्यास कैसा बना है ये तो इसे पढ़कर ही बताया जा सकेगा।
बुधवार, 8 मार्च 2017
Book Cover of the Day(कब मिटेगी हिंसा)
मंगलवार, 7 मार्च 2017
Book Cover of the Day(मेरे बच्चे मेरा घर)
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हिन्दी पल्प फिक्शन
सोमवार, 6 मार्च 2017
Book Cover of the Day(अड़तालीस इंच का हिटलर)
शीर्षक : 48 इंच का हिटलर
लेखक : केशव पंडित
इस कवर को आप देखें तो एक तानाशाह जैसी पोशाक और एक नकाब लगाये व्यक्ति खड़ा है। एक औरत है जिसे चेहरे पे पल्लू डाला हुआ है। 48 इंच लगभग 4 फूट के बराबर होता है। यानि जिस भी व्यकित की बात हो रही है उसकी लम्बाई ज्यादा नहीं है और इसके लिए उसका मखौल उड़ाया जाना स्वाभाविक है। अब सोचने वाली बात है कि ऐसा व्यक्ति तानाशाह कैसे बन सकता है। है , न सोचने वाली बात।
कवर साधारण है। और बढ़िया हो सकता था।
लेखक : केशव पंडित
इस कवर को आप देखें तो एक तानाशाह जैसी पोशाक और एक नकाब लगाये व्यक्ति खड़ा है। एक औरत है जिसे चेहरे पे पल्लू डाला हुआ है। 48 इंच लगभग 4 फूट के बराबर होता है। यानि जिस भी व्यकित की बात हो रही है उसकी लम्बाई ज्यादा नहीं है और इसके लिए उसका मखौल उड़ाया जाना स्वाभाविक है। अब सोचने वाली बात है कि ऐसा व्यक्ति तानाशाह कैसे बन सकता है। है , न सोचने वाली बात।
कवर साधारण है। और बढ़िया हो सकता था।
शुक्रवार, 3 मार्च 2017
Book Cover of the Day(प्रेतलीला)
गुरुवार, 2 मार्च 2017
Book Cover of the Day(ट्रिपल मर्डर)
शीर्षक : ट्रिपल मर्डर
लेखक : संजय गुप्ता
संजय गुप्ता राज कॉमिक्स के संस्थापक रहे हैं। वे कॉमिक्स आदि तो लिखते आये हैं लेकिन उस हिसाब से उपन्यास उन्होंने कम ही लिखे हैं। अगर इसके कवर की बात करूँ तो कवर मुझे इतना पसंद नहीं है। सारा फोतोशोपड है। इसमें टर्मिनेटर के अर्नाल्ड को डालने का क्या औचित्य है ये मेरी समझ में नहीं आया। बाकी तीन तस्वीरें फिर भी एक तरह से सही लगती हैं।
बुधवार, 1 मार्च 2017
Book Cover of the Day(चींटी लड़ेगी हाथी से)
शीर्षक : चींटी लड़ेगी हाथी से
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित के उपन्यासों को जो बात अलग करते थे वो उनके शीर्षक ही होते हैं। ये ऐसे होते हैं कि न चाहते हुए भी आपकी नज़र इन पर पड़ ही जाती है और आप एक बार इनके विषय में सोचने में मजबूर हो जाते हैं। अब इसी शीर्षक को ही ले लीजिये। मन में ख्याल तो आ रहा होगा कि आख़िरकार उपन्यास में होगा क्या?
लेखक : केशव पंडित
केशव पंडित के उपन्यासों को जो बात अलग करते थे वो उनके शीर्षक ही होते हैं। ये ऐसे होते हैं कि न चाहते हुए भी आपकी नज़र इन पर पड़ ही जाती है और आप एक बार इनके विषय में सोचने में मजबूर हो जाते हैं। अब इसी शीर्षक को ही ले लीजिये। मन में ख्याल तो आ रहा होगा कि आख़िरकार उपन्यास में होगा क्या?
मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(प्रेतचक्र)
लेखक : राज भारती
शीर्षक : प्रेत चक्र
कवर तो आकर्षक है लेकिन यह कहानी के विषय में कुछ भी नहीं बताता है। एक व्यक्ति है जिसके हाथ में इंसानी खोपड़ी है और आग में एक इंसानी चेहरा दिख रहा है। और ये आग एक घर में लगी हुई है। आग क्यों लगी? आग में किसका चेहरा है और ये व्यक्ति कौन है? ऐसे कई सaiवाल मन में उठ रहे हैं?आपको क्या लगता है?हिंदी में हॉरर लिखने वाले एक ही नाम से मैं परिचित हूँ। आपका क्या ख्याल है?
सोमवार, 27 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(कुर्सी वाला डाकू)
शीर्षक : कुर्सी वाला डाकू
लेखक : टाइगर
टाइगर के मेरे पास अभी तीन चार उपन्यास पड़े हैं। मैंने इससे पहले उनका कोई भी उपन्यास नहीं पढ़ा था लेकिन शेषनाग शामली श्रृंखला का नाम काफी सुना है। इस उपन्यास के शीर्षक से तो लगता है कि ये किसी नेता के ऊपर है। कवर में इनसेट में जो लोगों का हुजूम झंडे लिये खड़ा है वो भी यही दर्शा रहा है।
कवर बढ़िया बना पड़ा है। हाँ, उपन्यास के हिसाब से है या नहीं ये तो उपन्यास पढ़कर ही पता चलेगा।
लेखक : टाइगर
टाइगर के मेरे पास अभी तीन चार उपन्यास पड़े हैं। मैंने इससे पहले उनका कोई भी उपन्यास नहीं पढ़ा था लेकिन शेषनाग शामली श्रृंखला का नाम काफी सुना है। इस उपन्यास के शीर्षक से तो लगता है कि ये किसी नेता के ऊपर है। कवर में इनसेट में जो लोगों का हुजूम झंडे लिये खड़ा है वो भी यही दर्शा रहा है।
कवर बढ़िया बना पड़ा है। हाँ, उपन्यास के हिसाब से है या नहीं ये तो उपन्यास पढ़कर ही पता चलेगा।
गुरुवार, 23 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(क़ानून का बेटा)
शीर्षक : क़ानून का बेटा
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
केशव पंडित वेद जी द्वारा रचे गये सबसे मक्बूल किरदारों में से एक है। इसक प्रसिद्धि इतनी बढ़ गयी कि इस किरदार को ही आगे चलकर एक लेखक बना दिया गया और इस किरदार के नाम से ही उपन्यास आने लगे।
कवर की बात करें तो कवर में एक वकील है, कानून की देवी की प्रतिमा है और एक अपराधी दिख रहा है। कवर ठीक है लेकिन कहानी क्या है इसे उजागर नहीं करता है। मेरे हिसाब से कवर अगर कहानी में ही मौजूद एक एक दृश्य हो तो वो पाठकों को अलग से आकर्षित करेगा। फिर जब पाठक उस दृश्य को पढ़ेगा तो किरदारों की एक छवि मन में बना लेगा। मैं अगर आर्टिस्ट होता तो ऐसा ही करता लेकिन ये मेरे अपने विचार हैं।
खैर, आप कवर एन्जॉय करे।
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
केशव पंडित वेद जी द्वारा रचे गये सबसे मक्बूल किरदारों में से एक है। इसक प्रसिद्धि इतनी बढ़ गयी कि इस किरदार को ही आगे चलकर एक लेखक बना दिया गया और इस किरदार के नाम से ही उपन्यास आने लगे।
कवर की बात करें तो कवर में एक वकील है, कानून की देवी की प्रतिमा है और एक अपराधी दिख रहा है। कवर ठीक है लेकिन कहानी क्या है इसे उजागर नहीं करता है। मेरे हिसाब से कवर अगर कहानी में ही मौजूद एक एक दृश्य हो तो वो पाठकों को अलग से आकर्षित करेगा। फिर जब पाठक उस दृश्य को पढ़ेगा तो किरदारों की एक छवि मन में बना लेगा। मैं अगर आर्टिस्ट होता तो ऐसा ही करता लेकिन ये मेरे अपने विचार हैं।
खैर, आप कवर एन्जॉय करे।
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बुधवार, 22 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(बदसूरत)
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मंगलवार, 21 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(शेखचिल्ली - वेद प्रकाश शर्मा जी को श्रद्धांजलि)
शीर्षक : शेखचिल्ली
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
विशु ने खुद ही गप्प मरी थी कि वह दुनिया का मोस्ट वांटेड अपराधी जिम्मी कॉर्बेट है
और फिर, वही साबित होता चला गया । जो सचमुच चींटी तक को नहीं मार सकता था
उस पर सैंकड़ो हत्याओं का इलज़ाम आ पड़ा । यह ‘शेखचिल्ली’ इस मकड़जाल से कैसे निकला ?
(उपन्यास के कवर से तो इतना कुछ पता नही चल रहा है लेकिन कहानी का सारांश पढ़कर कहानी में इंटरेस्ट जागा है। )
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
विशु ने खुद ही गप्प मरी थी कि वह दुनिया का मोस्ट वांटेड अपराधी जिम्मी कॉर्बेट है
और फिर, वही साबित होता चला गया । जो सचमुच चींटी तक को नहीं मार सकता था
उस पर सैंकड़ो हत्याओं का इलज़ाम आ पड़ा । यह ‘शेखचिल्ली’ इस मकड़जाल से कैसे निकला ?
(उपन्यास के कवर से तो इतना कुछ पता नही चल रहा है लेकिन कहानी का सारांश पढ़कर कहानी में इंटरेस्ट जागा है। )
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सोमवार, 20 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(दहकते शहर - वेद जी को श्रद्धांजलि)
वेद जी का जन्म 10 जून १९५५ को हुआ था। वो हिंदी अपराध गल्प के एक जाने माने लेखक थे। जब 17 फरवरी को उनके देहांत की खबर मुझे मिली तो पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ। फिर पता चला वो कैंसर से जूझ रहे थे। उन्हें मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी याद में इस हफ्ते के बुक कवर्स खाली उन्हीं के उपन्यासों के होंगे।
शीर्षक : दहकते शहर
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
यह वेद जी का पहला उपन्यास था। इससे पहले वो 23 उपन्यास भूत लेखक के तौर पर लिख चुके थे।
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शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(सजनी)
गुरुवार, 16 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(32 caliber)
शीर्षक : 32 Caliber
लेखक : Donald McGibney
मैंने इस किताब को दो हज़ार चौदह की जनवरी में खत्म किया था। उस वक्त किताब मुझे पसंद आई थी। इसका कवर मुझे काफी आकर्षक लगता है। आपका क्या ख्याल है?
बुधवार, 15 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(प्रेत की प्रेमिका )
मंगलवार, 14 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(मैं इंतकाम लूंगी)
शीर्षक : मैं इंतकाम लूंगी
लेखक : सूरज
जैसा की शीर्षक से ही लग रहा है कि ये एक रिवेंज ड्रामा होगा। नीली पृष्ठभूमि पर कई चेहरे लगाए लगाये हैं। जहाँ बन्दूक बन्दूक कम लाइटर ज्यादा लग रही है लेकिन जिस तरह से इसका इस्तेमाल किया है उससे ये बात तो साफ़ है एक लड़की किसी चीज का बदला लेना चाहती है। वो ये बदला किस चीज का लेना चाहती है ये तो उपन्यास पढ़कर ही साफ़ हो पायेगा।
कवर में अगर कहानी का कोई दृश्य दिखे तो ऐसे कवर मुझे अक्सर पसंद आते हैं। यहाँ ऐसा कुछ नहीं है।
लेखक : सूरज
जैसा की शीर्षक से ही लग रहा है कि ये एक रिवेंज ड्रामा होगा। नीली पृष्ठभूमि पर कई चेहरे लगाए लगाये हैं। जहाँ बन्दूक बन्दूक कम लाइटर ज्यादा लग रही है लेकिन जिस तरह से इसका इस्तेमाल किया है उससे ये बात तो साफ़ है एक लड़की किसी चीज का बदला लेना चाहती है। वो ये बदला किस चीज का लेना चाहती है ये तो उपन्यास पढ़कर ही साफ़ हो पायेगा।
कवर में अगर कहानी का कोई दृश्य दिखे तो ऐसे कवर मुझे अक्सर पसंद आते हैं। यहाँ ऐसा कुछ नहीं है।
सोमवार, 13 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(दुल्हन माँगे दहेज)
१ |
लेखक : वेद प्रकाश शर्मा
दुल्हन माँगे दहेज वेद प्रकाश शर्मा जी ने बहु माँगे इन्साफ के बाद लिखा था। बहु माँगे इन्साफ एक सामाजिक उपन्यास था जो दहेज की कुरीतियों को दर्शाता था। लेकिन जैसे सिक्के के दो पहलू होते हैं वैसे ही दहेज के भी दो पहलू हैं। कई बार सुसराल वालों को गलत कारणों से इस कानून के तहत फंसा दिया जाता है। वेद जी का ये नावेल इसी पहलू को दर्शाने के लिए बना था।
इसके दो कवर मुझे मिले और मुझे दोनों ही कवर्स पसंद हैं। मुझे तो दूसरा वाला कवर पसंद है, आपकी क्या राय है?
२ |
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वेद प्रकाश शर्मा,
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शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(सौतन की दीवानी)
शीर्षक : सौतन की दीवानी
लेखक : टाइगर
इस उपन्यास का कवर देखें तो इसमें दो स्त्रियाँ है और एक आदमी। आदमी के हाथ में बंदूक है और अगर मुझे अनुमान लगाना हो तो जो दो स्त्रियाँ हैं वो एक दूसरे की सौतन हैं। कवर इतना आकर्षक नहीं है जितना रहस्मय इसका शीर्षक है। आखिर कौन हैं जो सौतन की दीवानी है? क्यों ऐसा है?
ऐसे अतरंगी शीर्षक जरूर जिज्ञासा जगाते हैं। पढ़कर उपन्यास पाठक के मन में कितना खरा उतरता है वो अलग बात है।
लेखक : टाइगर
इस उपन्यास का कवर देखें तो इसमें दो स्त्रियाँ है और एक आदमी। आदमी के हाथ में बंदूक है और अगर मुझे अनुमान लगाना हो तो जो दो स्त्रियाँ हैं वो एक दूसरे की सौतन हैं। कवर इतना आकर्षक नहीं है जितना रहस्मय इसका शीर्षक है। आखिर कौन हैं जो सौतन की दीवानी है? क्यों ऐसा है?
ऐसे अतरंगी शीर्षक जरूर जिज्ञासा जगाते हैं। पढ़कर उपन्यास पाठक के मन में कितना खरा उतरता है वो अलग बात है।
गुरुवार, 9 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(खून का बदला खून)
बुधवार, 8 फ़रवरी 2017
Book Cover of the Day(सौ सुनार की एक लौहार की)
शीर्षक : सौ सुनार की एक लौहार की
लेखक : केशव पंडित
हिंदी पल्प में सबसे ज्यादा अतरंगी शीर्षक मैंने केशव पंडित के उपन्यासों के ही देखें हैं। ये तो फिर भी साधारण है। कभी वेद प्रकाश शर्मा इस किरदार के उपन्यास वेद प्रकाश शर्मा द्वारा लिखे जाते थे और पाठकों द्वारा बहुत पसंद किये जाते थे। फिर इस किरदार के नाम से उपन्यास आने लगे। और इनका स्तर गिरता गया।
खैर,कवर अच्छा तो बना है लेकिन इसका शीर्षक से कोई लेना देना नहीं लग रहा है। कदाचित इसमें केशव तो लौहार है। सुनार कौन है ये तो पढ़कर ही पता चलेगा।
लेखक : केशव पंडित
हिंदी पल्प में सबसे ज्यादा अतरंगी शीर्षक मैंने केशव पंडित के उपन्यासों के ही देखें हैं। ये तो फिर भी साधारण है। कभी वेद प्रकाश शर्मा इस किरदार के उपन्यास वेद प्रकाश शर्मा द्वारा लिखे जाते थे और पाठकों द्वारा बहुत पसंद किये जाते थे। फिर इस किरदार के नाम से उपन्यास आने लगे। और इनका स्तर गिरता गया।
खैर,कवर अच्छा तो बना है लेकिन इसका शीर्षक से कोई लेना देना नहीं लग रहा है। कदाचित इसमें केशव तो लौहार है। सुनार कौन है ये तो पढ़कर ही पता चलेगा।
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